Lets Know These Things About Bhojpuri Language - भोजपुरी भाषा
Bhojpuri Language |
भोजपुरी शब्द बिहार के एक प्राचीन जिले भोजपुर (जो की आज भी अस्तित्व में है) के नाम पर पड़ा। इस जिले का नामकरण महान सम्राट विक्रमादित्य के वंशज राजा भोज के द्वारा किया गया था। भोजपुरी भाषा एक बेहद सुनने में मीठी तथा बोलने में सरल भाषा है ये कुछ कुछ हिंदी भाषा से भी मिलता जुलता प्रतीत होता है। ये भाषा ज़्यादातर पश्चिमी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में बोली जाती है।
और ये क्षेत्र है बिहार राज्य के "सारन (छपरा), सिवान, बक्सर, रोहतास, पटना, पश्चिमी चंपारण, उत्तरी चंपारण, भोजपुर, वैशाली, गोपालगंज, भभुआ'। तथा उत्तर प्रदेश राज्य के "बलिया (जिसे बाग़ी बलिया भी कहा जाता है), मऊ, गाजीपुर, गोरखपुर, वाराणसी/बनारस/काशी, चंदौली, जौनपुर, सुल्तानपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़, बस्ती, मिर्ज़ापुर, बहराईच, फैज़ाबाद, गोंडा, सिद्धार्थ नगर व इलाहाबाद।
आपको बता दें कि भोजपुरी भाषा सिर्फ बिहार और उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि झारखंड के कुछ जिलों में भी बोली जाती है साथ ही साथ भोजपुरी की पहुँच विदेशों तक भी फैली हुई है ये नाम है जैसे नेपाल, मॉरीसस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, सिंगापुर व उत्तरी अमेरिका।
भोजपुरी भाषा को बोलने वालों की संख्या भारत और दूसरे देशों को मिलकर 20 करोड़ से भी ज़्यादा है लेकिन दुर्भाग्यवश इतने ज्यादा लोगों के द्वारा बोले जाने वाली भाषा को वो स्थान नहीं मिला जो बाकि भारत की क्षेत्रीय भाषाओँ को मिला है।
भोजपुरी भाषा को उसका सही हक़ न मिलने का कारण:-
ये अजीब विडंबना है की जिस भाषा को इतने सारे लोग बोलते हों उस भाषा की अपनी पहचान सी खो गयी है। इसका कारण इस भाषा की अपनी लिपि (Script) का ना होना भी हो सकता है लेकिन मेरे Point Of View के अनुसार इस भाषा को असली हक़ न दिलाने के पीछे भोजपुरी भाषी लोग ही है। जानना चाहते है कैसे? आइये आपको समझाते हैं।
भोजपुरी भाषा बोलने वाले आपको हर राज्य हर जगह मिल जायेंगे लेकिन आपने कितनो को अपनी भाषा में एक दूसरे से बात करते हुए देखा है? आपका जवाब होगा की वो तो ज़्यादातर हिंदी में ही बात करते है।
ये बिल्कुल सही है वो हिंदी में ही बात करते हुए मिलेंगे क्योंकि उन्हें कहीं ना कहीं ये डर सता रहा होता है या फिर उन्हें शर्म आती हुई महसूस होती है की कोई उन्हें भोजपुरी बोलते हुए ना सुन ले क्योंकि इससे उनकी बेइजत्ती हो जाएगी। अरे भाई किस बात की बेइजत्ती हो जाएगी आप क्यों अपनी पहचान छुपाना चाहते है इससे क्या हो जायेगा? आप अपनी पहचान छुपाते है लेकिन ध्यान रखे आप जो हो वही रहेंगे कितने भी अंग्रेज बनने की कोशिश कर लीजिये आपकी पहचान नहीं छुप सकती और यही वजह है कि लोग आपको कटु वचन बोल देते है जैसे "बिहारी, चल बे बिहारी, भोजपुरिया, भईया इत्यादि। अगर आपको ऐसा सुनने को मिले तो बुरा न माने क्योकि इसकी वजह आप हैं।
और इसकी एक वजह कहीं न कहीं भोजपुरी फिल्मों और गानों में बढ़ती अश्लीलता (Obscenity) भी है। क्या आप आजकल की भोजपुरी फिल्मों या फिर गानों को अपने परिवार के सदस्यों के बीच में बैठ कर देख सकते है? बिलकुल नहीं देख सकते इसका कारण है Vulgarity.
क्या आपने साउथ वालों को एक-दूसरे से कोई और भाषा बोलते देखते है, बंगाली को, ओड़िया को, पंजाबी को, गुजराती को, मराठी को, हरियाणा वालों को नहीं न क्योंकि वे अपने ऊपर और अपने भाषा के ऊपर गर्व करते है इसलिए उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता की वो Public प्लेस में खड़े है या फिर कहीं और।
मेरे प्यारे भोजपुरी भाईयों अपनी भाषा भोजपुरी में कोई बुराई नहीं है बुराई है तो अपने अंदर है हमे इसे मिटाना है और आज से ये प्रण और प्रतिज्ञा लेना है की हम भोजपुरी को छुपायेंगे नहीं बल्कि इसे उजागर करेंगे और इसे अपनी राष्ट्र भाषा हिंदी के जैसा ही महत्व देंगे।
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