ए क बार ब्रह्माजी व विष्णुजी में विवाद छिड़ गया कि दोनों में श्रेष्ठ कौन है। ब्रह्माजी सृष्टि के रचयिता होने के कारण श्रेष्ठ होने का दावा कर रहे थे और भगवान विष्णु पूरी सृष्टि के पालनकर्ता के रूप में स्वयं को श्रेष्ठ कह रहे थे। तभी वहां एक विराट ज्योतिर्मय लिंग प्रकट हुआ। दोनों देवताओं ने सर्वानुमति से यह निश्चय किया गया कि जो इस लिंग के छोर का पहले पता लगाएगा, उसे ही श्रेष्ठ माना जाएगा। अत: दोनों विपरीत दिशा में शिवलिंग का छोर ढूढंने निकले। छोर न मिलने के कारण विष्णुजी लौट आए। ब्रह्माजी भी सफल नहीं हुए, परंतु उन्होंने आकर विष्णुजी से कहा कि वे छोर तक पहुँच गए थे। उन्होंने केतकी के फूल को इस बात का साक्षी बताया। केतकी के पुष्प ने भी ब्रह्माजी के इस झूठ में उनका साथ दिया। ब्रह्माजी के असत्य कहने पर स्वयं भगवान शिव वहां प्रकट हुए और उन्होंने ब्रह्माजी की आलोचना की। दोनों देवताओं ने महादेव की स्तुति की, तब शिवजी बोले कि मैं ही सृष्टि का कारण, उत्पत्तिकर्ता और स्वामी हूँ। मैंने ही तुम दोनों को उत्पन्न किया है। शिव ने केतकी पुष्प को झूठा साक्ष्य देने के लिए दंडित करते...
कोरोना वायरस (Covid-19) से जुड़ी अहम जानकारी जो आपके और आपके परिवार के लिए बेहद जरुरी साबित होंगी : मेरे प्यारे दोस्तों जैसा की आप भलीभाँति जानते हैं की corona virus रुपी महामारी से हम सब (भारतीय) ही नहीं बल्कि पुरा विश्व किस प्रकार से लड़ रहा है। हम सब आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और ये समझ नहीं आ रहा है की आखिरकार कब तक और इस महामारी से लड़ना पड़ेगा। खैर हम सभी को अपने उपर संयम बरकरार रखना है और आखिर तक इसका डटकर सामना करना है। अब बात करते है Covid-19 से जुड़ी अहम बातों व जानकारी के विषय पर। तथ्यों को समझकर जानकर और उचित सावधानी बरतकर अपने और अपने परिवार, सम्बंधी, दोस्त की मदद करें। तथा भारत सरकार द्वारा प्रदान की गई सलाह का पालन करें। COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए कदम : 1. अपने हाथों को अक्सर साफ करें। साबुन और पानी का उपयोग करें, और सेनिटाइज़र से बार बार प्रयोग करें। 2. खांसी या छींकने वाले किसी भी ब्यक्ति से उचित व सुरक्षित दूरी बनाए रखें। 3. बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहनें। 4. अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं तथा खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को अपनी कोहनी को मोढ़कर ढक ल...
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