Lets Know About Nepotism : भाई-भतीजावाद या कुनबा-परस्ती
Nepotism |
Nepotism यानी भाई-भतीजावाद या फिर कुनबा-परस्ती ये शब्द आपने जरूर सुना होगा, हाल ही के कुछ दिनों में Nepotism शब्द इंटरनेट पर सबसे ज़्यादा search किये जाने वाले शब्दों में से एक था। जब से बॉलीवुड के दिवंगत Actor (अभिनेता) "सुशांत सिंह राजपूत" की मृत्यु हुई तब से ये Nepotism शब्द सोशल मीडिया पर आग की भाँति फ़ैल गयी। दरअसल सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के पीछे Nepotism का ही हाथ था। ये हम सब जानते है की बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद कूट कूट के भरा हुआ है जो अभिनेता है उसका बेटा या बेटी भी अभिनेता व अभिनेत्री ही होंगे चाहे उनमें कोई अपना Talent हो या ना हो।
ऐसे बहुत से Actors और Actress है जिनमे कोई Talent नाम की चीज़ देखने को नहीं मिलती लेकिन फिर भी उनकी फिल्मे Release होती है और कुछ ऐसे बेग़ैरत Type
के डायरेक्टर और प्रोडूसर्स
है जो इन्ही फ्लॉप और Non-Talented So Called हीरो हीरोइन को अपनी फिल्मों में Sign करते है इन सब डायरेक्टर्स
और प्रोडूसर्स के पास Outsider सेलिब्रिटीज के लिए कोई जगह
नहीं होती। यहाँ उनके नाम लेने की
आवश्यकता नहीं है आप सभी समझदार है और भलीभाँति समझ सकते है की मैं किनके बारें
में बात कर रहा हूँ।
ख़ैर आइये पहले Nepotism शब्द को समझते है -
Nepotism:- Nepotism शब्द का मतलब होता है भाई - भतीजावाद या फिर कुलपक्षपात अर्थात ये एक ऐसी
शब्दावली है जिसमे कह सकते है कि एक अयोग्य ब्यक्ति को उच्च पद्द पर बैठा देना
उसकी योग्यता को जाने बगैर।
Nepotism आपको हर जगह देखने को मिल जायेगा। चाहे वो बॉलीवुड हो, नौकरी हो या फिर राजनीती सब जगह ये अपना पैर पसार चूका है अब राजनीती में ही देख लीजिये दो बड़ी पार्टियां कांग्रेस और स.पा इनमे तो Nepotism का बोल बाला है। कुछ समय पहले कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता "ज्योतिरादित्य सिंधिया" भाजपा में शामिल हो गए इसकी वजह और कुछ नहीं सिर्फ Nepotism था। उनको पता था की मेरा यहाँ कुछ नहीं हो सकता चाहें पार्टी के लिए कुछ भी करो या कितने भी साल काम करो क्योंकि क्या है यहाँ अभी भी राजा का बेटा ही राजा बनेगा। और ऐसे ही और भी बहुत leaders है जो अपना विस्थापन करने वाले है।
ठीक है अब बात करते है फिर से एक बार फ़िल्मी जगत की यहाँ तो ये सिलसिला सालों से चलता आ रहा है और यही वजह है की एक योग्य और प्रतिभा से भरा हुआ कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की खबर हमने सुनी। दरअसल उनको इतना ज्यादा Demotivate और Pressurise किया गया इन्ही नेपोटिस्म की दूकान चलाने वाले दलालों के द्वारा की उन्होंने आत्मा हत्या कर ली ऐसा सब सुनने में आता है हालाँकि उन्होंने आत्महत्या की या फिर वो नेपोटिस्म की बलि चढ़ा दिए गए यानि की उनका Murder कर दिया गया ये अभी सीबीआई (C.B.I) जाँच का विषय है।
लेकिन ये सबको पता है की इतना Cool mind और Intelligent सिर्फ 34 साल का लड़का आत्महत्या जैसा घिनौना कदम नहीं उठा सकता इसके पीछे बहुत से लोगों का हाथ है जिसकी कलई खुलनी अभी बाकी है। पुरे भारत में सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु को लेकर C.B.I जांच की मुहिम छिड़ी हुई है लेकिन अफ़सोस इसमें अभी कोई प्रोग्रेस नहीं है।
लेकिन हम सब जानते है की अंत में सत्य की ही जीत होती है।
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